भारत में सेक्स पर संकीर्ण मानसिकता क्यों ? : तार्किक विश्लेषण
भारत में सेक्स पर संकीर्ण मानसिकता क्यों है? सेक्स, जीवन की मूल जैविक प्रक्रिया है—सिर्फ प्रजनन नहीं, बल्कि प्रेम, ऊर्जा और आत्म-साक्षात्कार का माध्यम है । फिर भी भारत जैसे देश में, जहाँ कामसूत्र रचा गया, अजन्ता-एलोरा की दीवारों पर कामकला चित्रित है, वहीं आज सेक्स शब्द बोलना भी अश्लील समझा जाता है। यह विरोधाभास […]
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