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पहलगाम हत्याकांड 2025: एक चुटकी सिन्दूर की कीमत…..

pahalgam hatyakand ek chutki sindoor modiji

22 अप्रैल 2025 की शाम, पहलगाम की सुंदर वादियाँ एक बार फिर रक्तरंजित हो गईं। बैसारन घाटी में आतंकियों ने निहत्थे पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई और 17 घायल हुए।
घटना केवल सुरक्षा विफलता नहीं थी, यह उस लापरवाह राजनीतिक प्रणाली का आईना थी जिसमें जिम्मेदारी से ज्यादा बयानबाज़ी का बोलबाला है।

क्या भाजपा सरकार में मुसलमानों को ही निशाना बनाया जा रहा है?


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हमारी राय :

पहलगाम का यह कांड एक “अलार्म बेल” है। यह सिर्फ आतंक का मामला नहीं, बल्कि राजनीतिक और सुरक्षा तंत्र की सामूहिक विफलता का प्रमाण है। अगर अब भी भारत केवल बयान देने तक सीमित रहा, तो घाटी की अगली आवाज़ें फिर मातम ही होंगी।


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