World Affairs & Diplomacy

world diplomacy : From diplomatic maneuvers to global power shifts, this section explores how international events impact nations, identities, and futures. Here, we go beyond headlines to decode the hidden patterns in global politics, war strategies, treaties, and foreign policy debates.

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अमेरिका का दोगला व्यवहार: पाकिस्तान को दुलार, ईरान को दुत्कार क्यों?

अमेरिका का दोगला व्यवहार क्या है, आइये इसे समझते हैं. ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर वैश्विक चिंता दिनोंदिन गहराती जा रही है, जबकि पाकिस्तान, जो दशकों से परमाणु शक्ति सम्पन्न है और आतंकवाद से सीधा जुड़ा है, अपेक्षाकृत अंतरराष्ट्रीय आलोचना से बचा हुआ है। क्या यह विरोधाभास नहीं है? क्या ईरान ही परमाणु खतरा […]

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IRGC और IDF की सैन्य शक्ति, बजट, मिसाइल और खुफिया इकाइयों की तुलना करती हिंदी इनफोग्राफिक छवि

IRGC और IDF : दो कट्टर दुश्मन सेनाएं और वैश्विक शक्ति संघर्ष

मध्य-पूर्व की राजनीति दो कट्टर दुश्मनों के इर्द-गिर्द घूमती है: IRGC और IDF ईरान का IRGC और इज़रायल का IDF। ये दोनों सेनाएँ सिर्फ़ सैन्य इकाइयाँ नहीं हैं, बल्कि वैचारिक और रणनीतिक टकराव के प्रतीक हैं — शिया बनाम यहूदी, इस्लामी क्रांति बनाम लोकतांत्रिक राष्ट्र। इस लेख में हम IRGC और IDF की सैन्य ताकत,

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VAJA और Mossad की तुलना करते हुए एक ग्राफिक – ईरान की और इज़रायल की खुफिया एजेंसियों के प्रतीक चिह्नों के साथ, बीच में 'VS' और नीचे हिंदी टेक्स्ट में जानकारी

VAJA और Mossad में से कौन है ज़्यादा ताक़तवर और घातक, और क्यों ?

यह लेख दो महत्वपूर्ण और विश्वस्तर पर प्रभावशाली खुफिया एजेंसियों – VAJA और Mossad पर केन्द्रित है. ईरानी ख़ुफ़िया एजेंसी “VAJA” (वज़ारते एत्तेलाअते जोम्हूरी इस्लामी ईरान) और इज़रायली गुप्तचर एजेंसी “Mossad” दोनों गुप्तचर एजेंसियाँ मध्य-पूर्व की रणनीतिक, गुप्त और युद्ध आधारित गतिविधियों की धुरी रही हैं। आइए इन दोनों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, संगठनात्मक संरचना, प्रमुख

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PM Modi releasing a white dove as a symbol of peace while global leaders like Netanyahu, Khamenei, Trump, Putin, Zelensky, and Xi Jinping stand against a backdrop of war and destruction.

तृतीय विश्वयुद्ध के मुहाने पर शांति के कबूतर उड़ाना बंद करे भारत

एक तरफ पूरी दुनिया तृतीय विश्वयुद्ध के मुहाने पर खड़ी है, जबकि दूसरी ओर भारत दुनिया का शायद इकलौता ऐसा देश है जो अभी भी अहिंसा की लाठी थामे, शांति के कबूतर उड़ा रहा है। यह वही भारत है, जिसके पास दुनिया की सर्वश्रेष्ठ और अनुशासित सेना है। फिर भी यह देश दशकों से आतंकवाद

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Ayatollah Ali Khamenei and Reza Pahlavi facing opposite directions, symbolizing ideological conflict in Iran.

ईरान में कट्टरपंथी खामनेई शासन का होगा तख़्तापलट ?

क्या ईरान में कट्टरपंथी खामनेई शासन का होगा तख़्तापलट ? आइए इसको विस्तार से समझते हैं. ईरान पश्चिम एशिया का वह देश है जो सदियों से धार्मिक, राजनीतिक और वैचारिक टकरावों का केंद्र रहा है। 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान एक “इस्लामिक रिपब्लिक” बना. जिसकी बागडोर सर्वोच्च नेता (सुप्रीम लीडर) के रूप में

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Indian PM Modi at crossroads between Iran's radicalism and Israel's alliance with Khamenei and Netanyahu facing off.

ईरान और इज़रायल युद्ध : भारत की रणनीति क्या होनी चाहिए?

2025 के मध्य में अब ईरान और इज़रायल युद्ध शुरू हो चुका है, अब यह सिर्फ पश्चिम एशिया का मामला नहीं रहा। भारत, जो इन दोनों देशों के साथ गहरे लेकिन भिन्न संबंध रखता है, एक रणनीतिक दोराहे पर खड़ा है। आर्थिक हितों से लेकर आंतरिक सुरक्षा तक, यह संकट भारत के लिए चेतावनी की

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ग्रेटा थनबर्ग : भेड़ की खाल में भेड़िया

ग्रेटा थनबर्ग भेड़ की खाल में भेड़िया ? : जानिए यह खौफ़नाक़ सच

ग्रेटा थनबर्ग भेड़ की खाल में भेड़िया है. इसका सच जानने के बाद आपके रोंगटे खड़े हो जायेंगे. ग्रेटा थनबर्ग वही है जो किसान आन्दोलन के समय भारत विरोधी टूलकिट गैंग की प्रमुख रह चुकी हैं. हाल ही में ग्रेटा को इजरायली सेना ने उस समय गिरफ्तार किया जब वह गाज़ा आतंकियों के लिए रसद

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इस्लामिक कट्टरपंथ एक वैश्विक संकट

इस्लामिक कट्टरपंथ एक वैश्विक संकट और मुस्लिम देशों की भूमिका

इस्लामिक कट्टरपंथ अब यह एक वैश्विक संकट बन चुका है. इस्लामिक कट्टरपंथ, आज की दुनिया में ‘जिहादी आतंकवाद’, ‘धार्मिक उग्रवाद’ या ‘इस्लामी फासीवाद’ जैसे शब्दों से भी पहचाना जाता है. इसमें केवल हिंसा ही नहीं बल्कि विचारधारा, फंडिंग, शिक्षा, राजनीति और कूटनीति तक घुलमिल चुकी है। इस्लाम एक शांतिपूर्ण धर्म हो सकता है. लेकिन जब

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भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का षड्यंत्र

क्या भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का कोई षड्यंत्र चल रहा है?

क्या भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का कोई षड्यंत्र चल रहा है? यह प्रश्न बेहद गंभीर और संवेदनशील है. इसलिए इसे तथ्यों और जाँच एजेंसियों के प्रमाणों के आधार पर सटीकता और संयम से समझना आवश्यक है। हालांकि भारतवर्ष एक धर्मनिरपेक्ष संविधान वाला देश है. लेकिन सोशल मीडिया, राजनीतिक विमर्श और कट्टरपंथी विचारधाराओं की आहुति

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