World Affairs & Diplomacy

world diplomacy : From diplomatic maneuvers to global power shifts, this section explores how international events impact nations, identities, and futures. Here, we go beyond headlines to decode the hidden patterns in global politics, war strategies, treaties, and foreign policy debates.

वक्फ संशोधन बिल 2024 : पारदर्शिता या सरकारी हस्तक्षेप?

भारत में वक्फ संपत्तियों का प्रशासन लंबे समय से चर्चा और विवाद का विषय रहा है. 2 अप्रैल 2024 को लोकसभा में प्रस्तुत वक्फ संशोधन बिल 2024 में एक नई बहस को जन्म दिया है. यह बिल पारदर्शिता लाने और प्रशासनिक सुधार करने का प्रयास है, या फिर यह मुस्लिम समुदाय की धार्मिक संपत्तियों पर […]

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मांसाहार बनाम मानवता : सोच बदलने की जरूरत

जब करुणा और समर्पण की बात होती है, तू कुछ ऐसे लोग सामने आते हैं, जो अपने कार्यों से मानवता की मिसाल पेश करते हैं. हाल ही में, भारत के उद्योगपति मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी ने एक ऐसा कदम उठाया, जिसमें मांसाहार समर्थकों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया. उन्होंने 250 मुर्गियों

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आजम खान – जेल यात्रा से कमल यात्रा की ओर

भारतीय राजनीति में कुछ ऐसे चेहरे होते हैं जो संघर्ष, विवाद और कूटनीति के धुरंधर खिलाड़ी होते हैं. उत्तर प्रदेश की राजनीति में आजम खान का नाम ऐसा ही एक नाम है. एक वक्त समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता रहे आजम खान ने अपनी राजनीतिक यात्रा में अनेक उतार-चढाव देखें हैं. आज वे एक नए

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“मेरे पापा ड्रम में हैँ” – लहू से लिखी एक मासूम की दास्तान

“जो चुप रहेगी ज़बान-ए-खंजर लहू पुकारेगा आस्तीन का” मेरठ की तंग गलियों में एक मासूम की आवाज़ गूंज रही थी— मेरे पापा ड्रम में हैँ लेकिन दुनिया इतनी शोर में डूबी थी कि किसी ने उसे सुना ही नहीं। सौरभ राजपूत, जो मर्चेंट नेवी में अपनी जिंदगी का हर लम्हा समंदर की लहरों से लड़ते

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New Dehli Incident

भगदड़ में हुई मौतों का जिम्मेदार कौन और क्यों

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी 2025 की शाम एक दुखद भगदड़ हुई, जिसमें कम से कम 18 लोगों की मृत्यु हो गई, जिनमें एक 7 वर्षीय बच्चा भी शामिल है, और दर्जनों लोग घायल हो गए। यह घटना उस समय हुई जब हजारों यात्री प्रयागराज में आयोजित धार्मिक महाकुंभ मेले के लिए ट्रेनों

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सत्ता और विपक्ष धर्म को अफीम की तरह……

जर्मनी के महान दार्शनिक और चिंतक कार्ल मार्क्स ने धर्म को लेकर कहा था – “Religion is the opium of the people”. अर्थात धर्म लोगों के लिए अफ़ीम है। दूसरे शब्दों में कहें तो कार्ल मार्क्स का यह मानना था कि धर्म एक आम इंसान के लिए वास्तव में अफ़ीम का काम करता है। हालांकि

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भारत में मांसाहार पर पूर्णतया प्रतिबंधित शहर

भारत में मांसाहार पर पूर्णतया प्रतिबंधित शहर बना है. भारत के गुजरात के भावनगर जिले में स्थित एक छोटे से शहर पालीताना में मांसाहारी भोजन पर पूर्णतया बैन लगा दिया गया है. उल्लेखनीय है कि पालीताना एक लोकप्रिय जैन तीर्थ स्थल है. यहां कि पूर्ण शाकाहारी जैन समाज की कोशिशों के चलते यह एतिहासिक कार्य

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