World Affairs & Diplomacy

world diplomacy : From diplomatic maneuvers to global power shifts, this section explores how international events impact nations, identities, and futures. Here, we go beyond headlines to decode the hidden patterns in global politics, war strategies, treaties, and foreign policy debates.

A collage of modern drones used for warfare, agriculture, delivery, and logistics in distinct environments

ड्रोन का इतिहास : क्या ड्रोन केवल युद्ध का उपकरण है या……….?

ड्रोन का इतिहास – “ड्रोन” एक ऐसा शब्द है, जो आज कृषि, सैन्य, फिल्म और आपदा प्रबंधन से लेकर ई-कॉमर्स डिलीवरी तक में सुनाई देता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह तकनीक कहां से आई? क्या ड्रोन केवल युद्ध का उपकरण है या यह भविष्य की जीवन-शैली का हिस्सा बन चुका है? […]

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क्या श्रीकृष्ण का सुदर्शन चक्र दुनिया का पहला ड्रोन था?

जब हम भगवान श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र की चर्चा करते हैं, तो एक प्रश्न स्वाभाविक ही है कि क्या श्रीकृष्ण का सुदर्शन चक्र दुनिया का पहला ड्रोन था ? क्या वह केवल एक पौराणिक हथियार था, या एक उस समय की टेक्नोलॉजी का अद्भुत अविष्कार ? आधुनिक युग में, ड्रोन तकनीक ने जो चमत्कार किए

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भारतीय मंच पर भगवद्गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करते वक्त विरोध करते दर्शक

श्रीमद्भगवद्गीता को ‘राष्ट्रीय ग्रंथ’ घोषित किया जाना चाहिए : विरोध में कौन ?

क्या भारत जैसे बहुलतावादी राष्ट्र में श्रीमद्भगवद्गीता को ‘राष्ट्रीय ग्रंथ’ घोषित किया जाना चाहिए? गीता का स्थान भारत में न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों के प्रतीक के रूप में भी है। यही कारण है कि समय-समय पर इसे भारत का राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग उठती रही है। इस लेख में

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Illustration of Mahatma Gandhi on the left and Lord Krishna advising Arjuna on the right, with the text “India Needs the Gita, Not Gandhi”.

India Needs the Gita, Not Gandhi – Do You Agree?

Mahatma Gandhi’s philosophy defined the soul of 20th-century India. The trio of “truth, nonviolence, and peace” earned global admiration during the freedom struggle. But post-independence, when India faced strategic, political, and military challenges, this moralistic philosophy often proved inadequate. In the current age of terrorism, cyber warfare, and ideological extremism, India no longer needs only

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Jawaharlal Nehru, Indira Gandhi, Rajiv Gandhi, Atal Bihari Vajpayee, PV Narasimha Rao, Manmohan Singh, and Narendra Modi — standing together in a solemn portrait, representing India's post-independence leadership legacy.

स्वतंत्र भारत की अब तक की सबसे बड़ी ऐतिहासिक भूलें – एक गहन विश्लेषण

स्वतंत्र भारत की अब तक की सबसे बड़ी ऐतिहासिक भूलें. जिनपर हमें आज भी शर्मिंदा होना पड़ता है. भारत की दो प्रमुख पार्टियों — भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) — ने अपने-अपने कार्यकाल में कई बड़े निर्णय लिए, जिनमें से कुछ को राष्ट्रहित में माना गया, जबकि कुछ निर्णयों को ऐतिहासिक भूलें

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Meat vs Plant-Based: प्रदूषण और स्वास्थ्य पर प्रभाव की तुलना

मांसाहार से स्वास्थ्य समाज और पर्यावरण को नुकसान होता है?

भारत जैसे देश में जहाँ “अहिंसा परम धर्मः” की विचारधारा प्राचीन काल से सांस्कृतिक चेतना में रची-बसी है, वहां क्या मांसाहार से स्वास्थ्य समाज और पर्यावरण को नुकसान होता है? का प्रश्न केवल भोजन तक सीमित नहीं — यह स्वास्थ्य, नैतिकता, पर्यावरण और आध्यात्मिकता से भी गहराई से जुड़ा है।आज विज्ञान भी स्पष्ट रूप से

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Portrait collage of Indian Prime Ministers with Manmohan Singh prominently enlarged at the center

मनमोहन सिंह : भारत के अबतक के सबसे कमज़ोर प्रधानमंत्री क्यों ?

मनमोहन सिंह को भारत के अबतक के सबसे कमज़ोर प्रधानमंत्री के रूप में क्यों देखा जाता है. भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में प्रधानमंत्री का पद केवल एक संवैधानिक दायित्व नहीं, बल्कि राष्ट्रीय निर्णय प्रणाली की धुरी होता है। एक मजबूत प्रधानमंत्री देश को दिशा देता है, संकट के समय नेतृत्व करता है और जनता के

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पशुबलि बनाम प्रतीकात्मक बलि: बकरीद पर बलिदान की दो परंपराओं की तुलना

बकरीद : बेजुबान की हत्या या क़ुरबानी का प्रतीक?

बकरीद या ईद-उल-अजहा इस्लाम धर्म का वह पर्व है जो त्याग, भक्ति और आज्ञाकारिता का प्रतीक माना जाता है। परंतु बदलते वैश्विक संदर्भों और मानवीय सरोकारों के बीच अब एक नई सोच उभर रही है – बकरीद : एक बेजुबान की हत्या या क़ुरबानी इस प्रश्न ने जन्म दिया है एक नयी अवधारणा को —

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A brass bowl filled with deep red sindoor (vermilion) powder placed on a soft beige background with Indian mandala design patterns.

भारतीय संस्कृति में सिन्दूर का महत्व और वैज्ञानिक दृष्टिकोण

भारतीय संस्कृति में सिंदूर केवल एक सौंदर्य प्रसाधन नहीं है. बल्कि भारतीय संस्कृति में सिन्दूर की शक्ति का महत्व, एक स्त्री के वैवाहिक जीवन, सामाजिक पहचान, मानसिक और आध्यात्मिक स्थिरता का प्रतीक है। विशेष रूप से हिंदू धर्म में, विवाहित स्त्रियों की मांग में सिंदूर भरने की परंपरा हजारों वर्षों से चली आ रही है।

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